अंबिकापुर - भारत के प्रथम राष्ट्रपति और संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद की 139 वी जयंती पर आज जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान आयोजित परिचर्चा में राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को याद किया गया। परिचर्चा हेतु आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक ने कहा कि डॉ राजेन्द्र प्रसाद एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति थे जो इस पद पर दो कार्यकाल तक कार्य किये। वे संयम और त्याग के प्रतीत थे। उनके इस गुण को देख महात्मा गांधी ने कहा था कि मेरे पास अमृत पीने वाले बहुत से लोग हैं किंतु जहर पीने के लिये सिर्फ एक ही व्यक्ति है और उनका नाम राजेन्द्र बाबू है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने यह भी कहा कि राजेंद्र बाबू अपने धर्म के प्रति आस्थावान रहते हुए पूर्णतः धर्म निरपेक्ष थे। एक आस्थावान हिंदू के रूप में वे गुजरात स्थित सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण कराते हैं वहीं धर्मनिरपेक्ष राजेन्द्र बाबू राष्ट्रपति भवन में मंदिर और मस्जिद दोनों बनवाते हैं। इस परिचर्चा को ए पी शांडिल्य, मो इस्लाम, इरफान सिद्दकी, लक्ष्मी गुप्ता, अमित तिवारी राजा ने भी संबोधित किया। सभा का संचालन महाराणा प्रताप मंडल के मंडल अध्यक्ष अमित सिन्हा ने किया। इस दौरान जगन्नाथ कुशवाहा, जमील खान, चंद्रप्रकाश सिंह, रजनीश सिंह, सोहन जायसवाल, निखिल विश्वकर्मा, चंचला सांडिल्य, रूही गजाला, मंजू सिंह, शकीला सिद्दीकी, सरोज मरावी, अनुराधा सिंह, सरोज बड़ा, लुकस एक्का, अविनाश कुमार, विकास शर्मा, केदार यादव, लखन मरावी, जमशेर आलम आदि मौजूद थे।
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