अजय चतुर्वेदी पदुमलाल पुन्नालाल बख्सी” स्मृति पुरस्कार से सम्मानित
सुरजपुर - सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकास खंड के शासकीय उ0 मा0 वि0 सरहरी के राज्यपाल पुरस्कृत व्याख्याता अजय कुमार चतुर्वेदी पिता श्री महेन्द्रनाथ चतुर्वेदी को शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में ”डा0 पदुमलाल पुन्नालाल बख्सी” स्मृति पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें 5 सितंबर को मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल श्री रमेन डेका ने शाल, मोमेंटो, 50 हजार रुपए एवं प्रसस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री माननीय श्री विष्णु देव साय ने की और विशिष्ट अतिथि स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव थे। शिक्षा, साक्षरता, संस्कृति, खेल, शोध कार्य व साहित्य लेखन के क्षेत्र में किए गए महत्वपूर्ण कार्यों के लिए पुरस्कृत श्री चतुर्वेदी सरगुजा संभाग के पहले व्याख्याता हैं जिन्हें स्मृति पुरस्कार प्राप्त हुआ।
*सरगुजा संभाग में पहली बार मिला स्मृति पुरस्कार-* सरगुजा संभाग में पहली बार व्याख्याता अजय कुमार चतुर्वेदी को शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रदेश के राज्यपाल रमेन डेका ने स्मृति पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं स्कूली शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव भी उपस्थित थे। सरगुजा संभाग के लिए यह गौरव का दिन था क्योंकि सरगुजा संभाग में इन्होने पहली बार यह सम्मान राज्यपाल से हांसिल करने का गौरव प्राप्त किया है।
*बोर्ड परीक्षा में सत प्रतिशत परिणाम एवं शोध कार्य-*
अजय चतुर्वेदी ने बोर्ड परीक्षा में सत प्रतिशत परिणाम, पौधरोपण, विद्यालय एवं गांव-गांव में योग शिविर, सामाजिक बुराइयों से संबंधित कार्यक्रम, छत्तीसगढ़ की दुर्लभ पाण्डुलिपियों, विलुप्त होते लोकवायों की खोज, पुरात्तविक खोज व शोध कार्य में उल्लेखनीय कार्य किया है। छात्रों में रचनात्मक अभिव्यक्ति, सांस्कृतिक जागरुकता खेल व कला का विकास और नवाचार, मातृ भाषा (क्षेत्रीय एवं जनजातीय बोली) की खोज, विकास एवं संरक्षण का कार्य किया।
*साहित्य लेखन में गहरी रूचि, प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक स्तर पर रचनाएं शामिल-*
अजय चतुर्वेदी ने कक्षा 3री से कक्षा 5वीं तक हिंदी, सरगुजिहा एवं संस्कृत पाठ्य पुस्तक का लेखन किया है। शिक्षा सत्र 2010-11 से इनकी रचना ”माता राजमोहनी देवी” की जिवनी कक्षा 5वीं में शामिल है। माध्यमिक स्तर के लिए *”लालच का फल”* लघु कहानी पुस्तक का प्रकाशन 2022-23 में एस.सी.ई.आर.टी. रायपुर से 16 स्थानीय बोलियों में किया गया। अब तक इनकी 18 पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं। ISBN NO. से 01 पुस्तक सरगुजा के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रकाशित हो चुकी है। RIN NO. ISSN NO. और ISBN नंबर के साथ छत्तीगढ़ शासन संस्कृति विभाग एवं अन्य प्रकाशन से 15 सांझा पुस्तकों में आलेख, कविता एवं शोध पत्र प्रकाशित हैं। राज्य, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय 52 शोध संगोष्ठियों में इन्होंने अपना शोध पत्र वाचन किया है। छत्तीसगढ़ शासन, विष्वविद्यालयों एवं शासकीय/अशासकीय संस्थाओं द्वारा आयोजित संभाग स्तरीय -01, राज्य स्तरीय- 10, राष्ट्र स्तरीय - 37 एवं अंतरराष्ट्रीय स्तरीय-04 शोध संगागोेष्ठियों में शोध पत्रों की प्रस्तुति कर चुके हैं। आकाशवाणी अंबिकापुर, रायपुर, भोपाल व दिल्ली एवं विभिन्न चैनलों से इनका धारावाहिक रूपक (फीचर), कविता, कहानी, गीत, परिचर्चा, वार्ता, साक्षात्कार, आलेख (आकाशवाणी के अनुगुंज हेतु), शोध एवं खोज का प्रसारण किया जा चुका है। लोक साहित्य, लोक गीत, लोक कला, लोक संस्कृति एवं लोक वाद्य यत्रों की खोज, संरक्षण व संवर्धन के लिए उल्लेखनीय कार्य किया गया है। आजादी का अमृत महोत्सव राष्ट्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत 40 स्वतंत्रता संग्राम सेननानियों की खोज कर पुस्तक लेखन किया गया।
*अनेक पुरस्कार प्राप्त चुका है-*
अजय चतुर्वेदी को राज्यपाल द्वारा राज्य शिक्षक पुरस्कार 2010 प्राप्त हो चुका है। एवं शासन स्तर पर 13 व अशासकीय 12 पुरस्कार प्राप्त है। जिसमें जिला युवा पुरस्कार 1994 एवं 2000, साक्षरता परममित्र सम्मान 2000, राज्योत्सव में सम्मानित 2006, उत्कृष्ट कर्मचारी का पुरस्कार 2009, छत्तीसगढ़ राज भाषा अयोग द्वारा छत्तीसगढ़ी राज भाषा सम्मान 2012, कला एवं साहित्य के लिए 2013, राष्ट्र स्तरीय साहित्य महोत्सव रायपुर में सम्मानित 2014, छत्तीसगढ़ राज भाषा अयोग द्वारा सम्मान 2016 उत्कृष्ट कर्मचारी पुरस्कार 2018, रष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव में सम्मानित 2022, छत्तीसगढ़ राज भाषा अयोग द्वारा सम्मान 2023, काव्य साधना पुरस्कार (महाराष्ट्र) 1999, काव्य कीर्ति सम्मान (उत्तरप्रदेश), 2000, हिन्दी भाषा एवं साहित्य सम्पर्ण पुरस्कार (उत्तरप्रदेश) 2000, कथाकार अमृत राय सम्मान (इलाहाबाद) 2001, स्वामी शिवनारायण सम्मान (इलाहाबाद) 2001, श्री दिगम्बर जैन मंदिर पंचायत ट्रस्ट रायपुर द्वारा सम्मानित 2013, योग षिक्षक पुरस्कार 2016, काव्य मित्र सम्मान 2018, सरगुजा साहित्य भूषण सम्मान 2020, ”अब्ज” उपनाम उपाधि सम्मान 2020, सरगुजा अमृत सम्मान 2022, छत्तीसगढ़ रत्न सम्मान 2022 में मिला चुका है।
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